शंखचूड काल सर्प दोष के असर, उपाय और निवारण

शंखचूड काल सर्प दोष के असर, उपाय और निवारण

शंखचूड काल सर्प दोष या योग किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की एक ऐसी स्थिति है जो किसी व्यक्ति के जीवन में बहुत से प्रतिकूल प्रभाव और गरीबी को लाने के लिए जाना जाता है। इसके लिए जातक अकेले या जोड़े के साथ पूजा कर सकते हैं। इस पूजा में बच्चे भी टिकट खरीदे जाने पर यह पूजा कर सकते हैं। लेकिन वे सामने वाली पंक्ति में नहीं बैठ सकते हैं ।

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कालसर्प दोष ज्योतिषी के अनुसार एक ऐसी स्थिति है जबकि कुंडली के सारे सात ग्रह राहु और केतु के ग्रहों के बीच आ जाते है। राहु और केतु के बीच ग्रहों के स्थान के अनुसार 12 कालसर्प योग हो सकते हैं।जातक इस दोष को कम करने के लिए कालसर्प पूजा का आयोजन करते हैं। हालांकि, यह योग अन्य घातक योगों की तुलना में अधिक खतरनाक है |

शंखचूड काल सर्प योग

यह कालसर्प योग किसी भी व्यक्ति की कुंडली में हो सकता है। जिनकी कुंडली में कालसर्प योग होता है उनके पास सभी प्रकार की सुविधाएँ होने के बावजूद वे हमेशा कुछ भय, और असुरक्षा से ग्रस्त रहते हैं। इसके अलावा जिस तरह जैसे किसी व्यक्ति जिसको सांप ने काट लिया हो , वह उचित तरीके से नहीं बैठ सकता है। इसी तरह, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष हो तो वह जीवन भर चैन से नहीं बैठ सकता।

शंखचूड काल सर्प दोष का एक प्रकार है।

यह दोष शंखचूड़ नाग के नाम पर आधारित है, जो दृश्य नागों में से एक है |

यह जातक की कुंडली में होने पर जातक का जीवन अत्यंत पीड़ाकारी बना देता है ।

ऐसे लोग जीवन उतार-चढ़ाव भरा कठिन जीवन जीते हैं।

ये जातक मिथ्याचारी होते है और अधर्म की गतिविधियों के पक्षधर होते हैं।

वे उच्च रक्तचाप से पीड़ित होने के साथ-साथ चिंतित भी रहते हैं।

यदि राहु नवें घर में हो जो कि पिता का घर होता है

और केतु तीसरे घर में हो जो कि भाई का घर होता है

तब यह दोष जातक की कुंडली पर परिलक्षित होता है |

इस दोष से पीड़ित जातकों के जीवन में बहुत सारी परेशानियां आती है |

कुंडली में शंखचूड़ काल सर्प दोष होने पर समस्याएं

  • शंखचूड़ काल सर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखता है और उसके जीवन में कुछ भी आसान नहीं रहता है |
  • ऐसे जातकों का को आर्थिक मामलों में अनिश्चितता बनी रहती है और निरंतरता की भारी कमी होती है |
  • उनके जीवन में आर्थिक संकट बना रहता है और क्योंकि राहु पिता के घर में होता है इसलिए पिता और पुत्र में अनबन बनी रहती है |
  • ऐसे जातक लोगों को पहचानने में गलती करते हैं |
  • वह निजी और व्यावसायिक जीवन में परेशानियां झेलते हैं |
  • उनके विवाहित जीवन में भी तलाक तक की स्थिति बन सकती है |
  • उन्हें कानूनी झंझटों में भी पड़ना पड़ सकता है और उन्हें आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है |

इस कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्तियों को कई समस्याएं हो सकती हैं |

  • जातक की कुंडली में पित्र दोष हो सकता है इसलिए जातक को बहुत सारी समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं |
  • नौवां घर पूर्वजों और पिता का घर है, इसलिए व्यक्ति को जीवन में कई प्रकार के मुद्दों और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • जातक बुरी और स्थायी गतिविधियों में उलझा रहता है |
  • धन की बड़ी हानि हो सकती है।
  • इस दोष से जातक को नौकरी पेशे में लगातार बदलाव या स्थानांतरण देखने पड़ते है ।

शंखचूड काल सर्प योग चार्ट

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